tag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post3806419391981856563..comments2023-06-28T17:34:39.465+05:30Comments on हस्तक्षेप: आंदोलन को निगलती राजनैतिक महत्वाकांक्षाकिशोर बड़थ्वालhttp://www.blogger.com/profile/09184646412377237835noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-81461291687816023212012-11-10T23:15:11.851+05:302012-11-10T23:15:11.851+05:30@amAtya rAkshasa प्रणाम, वह लेख अभी हटाया नही है, ...@amAtya rAkshasa प्रणाम, वह लेख अभी हटाया नही है, किंतु कुछ भाग अभी रह गया था, अतः अभी प्रकाशित नही किया है..किशोर बड़थ्वालhttps://www.blogger.com/profile/09184646412377237835noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-30747684189047119672012-11-09T23:56:19.034+05:302012-11-09T23:56:19.034+05:30"कुंए के मीडियाई मेंढक.." वाला लेख हटा द..."कुंए के मीडियाई मेंढक.." वाला लेख हटा दिया क्या आपने?amAtyahttps://www.blogger.com/profile/09934555242073853466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-33416305074540553572012-09-28T00:09:17.767+05:302012-09-28T00:09:17.767+05:30सर्वप्रथम IAC पेज वापस पाने के लिये बधाई किशोर जी....सर्वप्रथम IAC पेज वापस पाने के लिये बधाई किशोर जी. आपने विस्तार से सचाई उकेरी है. मेरे विचार से केजरीवाल जी IAC पेज हड़पने में कैसे कामयाब हुये थे इस पर भी आपको प्रकाश डालना चाहिये था. क्या यह काम उन्होंने अपने बल-बूते किया था या इसमें सरकार या किसी राजनैतिक दल ने उनकी सहायता की थी? केजरीवाल जी को यह आत्मविश्वास क्योंकर था कि जिस फ़ेसबुक पेज की बदौलत अन्ना आंदोलन परवान चढ़ा, अपने राजनैतिक कॅरियर के शुरुआत में ही उसी का अपहरण करके वे बेदाग बच जायेंगे? यह रहस्य सबके सामने आना बहुत जरूरी है.<br />Rajuhttps://www.blogger.com/profile/00446704866018168909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-31464016073924673112012-09-27T23:59:09.800+05:302012-09-27T23:59:09.800+05:30सर्वप्रथम IAC पेज वापस पाने के लिये बधाई किशोर जी....सर्वप्रथम IAC पेज वापस पाने के लिये बधाई किशोर जी. आपने विस्तार से सचाई उकेरी है. मेरे विचार से केजरीवाल जी IAC पेज हड़पने में कैसे कामयाब हुये थे इस पर भी आपको प्रकाश डालना चाहिये था. क्या यह काम उन्होंने अपने बल-बूते किया था या इसमें सरकार या किसी राजनैतिक दल ने उनकी सहायता की थी? केजरीवाल जी को यह आत्मविश्वास क्योंकर था कि जिस फ़ेसबुक पेज की बदौलत अन्ना आंदोलन परवान चढ़ा, अपने राजनैतिक कॅरियर के शुरुआत में ही उसी का अपहरण करके वे बेदाग बच जायेंगे? यह रहस्य सबके सामने आना बहुत जरूरी है.<br />Rajuhttps://www.blogger.com/profile/00446704866018168909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-45437533730519927272012-09-24T11:47:04.143+05:302012-09-24T11:47:04.143+05:30पूरे विस्तार और तथ्यों के साथ लिखा गया शानदार लेख…...पूरे विस्तार और तथ्यों के साथ लिखा गया शानदार लेख… संग्रहणीय। <br />जब तक किसी आंदोलन में राजनीति और संगठन की बैकिंग ना हो, वह सफ़ल नहीं हो सकता…। जनलोकपाल आंदोलन की असफ़लता का एक कारण यह भी था कि इसने शुरु से मौजूद राजनैतिक व्यवस्था के प्रति हिकारत की निगाह रखी… और संदिग्ध लोग इसमें जुड़ते गए… Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202633285408604796.post-54153694916531484032012-09-22T20:01:34.137+05:302012-09-22T20:01:34.137+05:30किशोर जी बहुत बढ़िया लिखा है, एक एक शब्द को चुन चुन...किशोर जी बहुत बढ़िया लिखा है, एक एक शब्द को चुन चुनकर लिखा है, मेरे जैसे लोगों के लिए तो ये एक अध्याय के सामान है जिसे बार बार पढ़ा जाना चाहिए | <br /><br />एक सुझाव है, अगर भाषा थोड़ी सरल होगी तो पढाने में सुविधा होगी | <br /><br />शैलेन्द्र सिंह तोमर Shailndra Singh Tomarhttps://www.blogger.com/profile/07191810275369426717noreply@blogger.com