अन्ना
तुम फिर से हमारा आह्वान कर
के जंतर मंतर पर जा रहे हो,
हम फिर से आ
जायेंगे लेकिन कहीं कुछ टीस
रहा है, विश्वास
कहीं कुछ कमजोर सा हो गया है.
पिछली बार हम
आये थे क्योंकि तुम हमारे लिये
अनशन पर थे, इस
बार भी तुम्हारे अनशन का कारण
हम ही हैं लेकिन शंका तुम्हारे
साथ के लोगों पर होने लगी है.