Sep 29, 2010

कबीर के दोहे, कॉमनवेल्थ खेल के परिप्रेक्ष्य में..

साई इतना दीजिये, जितना कलमाडी खाय !

सात पुश्त भूखी ना रहे, कोई चिंता नही सताय !!


गिल कलमाडी दौऊ खडे, काके लागू पांय !

बलिहारी मै दौऊ पर, भट्टा दिया बिठाय !!



Sep 1, 2010

कामन वेल्थ झेल का थीम गीत…

कृपया धुन के लिये प्रदीप जी का लिखा प्रसिद्ध गीत


“आओ बच्चो तुम्हे दिखाये, झांकी हिन्दुस्तान की, इस मिट्टी से तिलक करो ,

ये धरती है बलिदान की”

पर निम्न पन्क्तियों को समायोजित करने का प्रयास करें…


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आओ तुमको कथा सुनाये, नेता जी के चमत्कार की.

खेल खेल में पैसा  झपटा, लोगो ने हाहाकार की.

टैक्स भी ले लिया…. काम भी नही किया.

टैक्स भी ले लिया…. काम भी नही किया.